हाँ हाँ पंडितजी आपको भूल ही जाते हैं यार. पता नहीं कहाँ कोने में छुप जाते हो दीखते नहीं और लिखते इतना सुंदर सुंदर हो. बस मिश्रा जी को दिखा कर छुपा लेते हो. है ना. ऐसे काम नहीं चलेगा. समीरलाल से थोड़े टिप्स ले डालो किसलय साहब और परचमे जबलपुर को बुलंद करो. सदा आपके साथ. ---आपका बवाल
4 टिप्पणियां:
हाँ हाँ पंडितजी आपको भूल ही जाते हैं यार. पता नहीं कहाँ कोने में छुप जाते हो दीखते नहीं और लिखते इतना सुंदर सुंदर हो. बस मिश्रा जी को दिखा कर छुपा लेते हो. है ना. ऐसे काम नहीं चलेगा. समीरलाल से थोड़े टिप्स ले डालो किसलय साहब और परचमे जबलपुर को बुलंद करो. सदा आपके साथ.
---आपका बवाल
बहुत सुंदर
VIVEK JEE
NAMASKAAR
RACHNA PADHNE KE LIYE AABHAAR
BAVAAL JEE
NAMASKAAR
SHUKRIYA , AAPKI ABHIVYAKTI AUR APNEPAN KE LIYE,
SNEH BANAYE RAKHEN
AAPKA
VIJAY TIWARI KISALY
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