हिन्दी साहित्य संगम जबलपुर
HINDI SAHITYA SANGAM JABALPUR, MP, INDIA
रविवार, 2 नवंबर 2008
क्रांति
देखकर
नवल क्रांति
मुझे आभास हुआ
ये आगे चल कर
स्वर्णिम युग लायेगी
शत्रुओं से निपटकर
देश को
मजबूत बनाएगी
- विजय तिवारी ' किसलय
'
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