गुरुवार, 5 नवंबर 2009

अक्षर साधक


अक्षर साधक
विद्या, विनय, विवेक विशारद,
नोदक  नर्तन, कला समर्पित .
दर्पहीन, दरियादिल, दर्पण,
नम्रभावमय, निश-दिन हर्षित .. 
यत्नशील, दृढ़ निश्चयी, कर्मठ ,
नव्य सृजक,  साहित्याराधक,
जीवट, मुदितमाना,  संकल्पी,
यश हो तेरा अक्षरसाधक ..  
-o-

- विजय तिवारी " किसलय "

4 टिप्‍पणियां:

Udan Tashtari ने कहा…

बहुत बढ़िया!! यश हो !! यश हो!!

Girish Billore Mukul ने कहा…

Adabhut
ati uttam

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

यश की कामना बहुत प्रभावशाली शब्दों से की है।
बधाई!

"अर्श" ने कहा…

shabdon ka adbhoot milan dekhane ko milaa ...


arsh