शनिवार, 14 फ़रवरी 2009

प्रतीक्षा

प्रेम पर्व पर .....
फूल कहीं
मुरझायें
रोने लगें
नैन
उनकी करुँ
प्रतीक्षा
जिन संग
खोया चैन

- विजय

5 टिप्‍पणियां:

समयचक्र ने कहा…

उनकी करुँ
प्रतीक्षा
जिन संग
खोया चैन
रैन बिन चैन कहाँ .
बहुत बढ़िया है ,आप भी वेलेंटाइन पर किसी को याद कर रहे है . प्रेम दिवस की शुभकामना , बधाई .

Udan Tashtari ने कहा…

प्रेम दिवस पर उत्तम पंक्तियाँ..बधाई.

बेनामी ने कहा…

जिसके संग चैन खोया प्रतीक्षा भी उसी की. कितना विचित्र विरोधाभास है.

vandana gupta ने कहा…

bahut gahri bhavnayein hain.

madhu sharma ने कहा…

bahut sundar bhaav abhivyakt kiye hai . prateekshaa mai anivarchaneeya annand hai .