शनिवार, 12 मई 2012

चाहत में जिनकी हुआ बावरा, भुलाया उन्हीं ने गए वक्त सा ...


5 टिप्‍पणियां:

आकाश सिंह ने कहा…

आपकी लेखनी को सलाम | बहुत ही संजीदगी से लिखी हुई पन्तियाँ | धन्यवाद यहाँ भी आयें - www.akashsingh307.blogspot.in

विजय तिवारी " किसलय " ने कहा…

thanks akash ji.
- vijay

Girish Kumar Billore ने कहा…

wah
par kya hua..?

समय चक्र ने कहा…

दिल की गलियों से निकली पंक्तियाँ ....

बवाल ने कहा…

Kya kahana hai jee bahut khoob aur bahut behatar.