साथियो,
माँ नर्मदा |
आज दिनांक ३० जनवरी २०१२, माघ शुक्ल सप्तमी है, अर्थात माँ नर्मदा का जन्म दिन है.
आज अमरकंटक से खम्भात की खाड़ी तक के सभी तटों पर माँ नर्मदा की जयंती बड़ी भूमधाम से मनाई जा रही है.
आज आप सबको मैं स्वयं का लिखा नर्मदाष्टक. "नित नमन माँ नर्मदे" सुना / दिखा रहा हूँ.
इसे पल्लवी थापा और अजिंक्य खडसन ने गया है. संगीतबद्ध किया है जबलपुर के श्री परशुराम पटेल जी ने. एन वी आर स्टूडियो के भाई नरेन्द्र कुमार ने इस गीत को संवार कर हमें सौंपा है.
विजय तिवारी 'किसलय' |
अनेक वर्षों से मैं कई महापुरुषों के नर्मदाष्टक सुनता आ रहा था. कुछ संस्कृत में हैं कुछ जनसामान्य को माँ नर्मदा की धार्मिक, भौगोलिक. सांस्कृतिक, ग्रामीण, शहरी एवं सभ्यता के बारे में वांछित नहीं दे पा रहे थे. मैं अकिंचन भी माँ के बारे क्या जानकारी दे सकता हूँ, परन्तु कुछ नवीनता तथा जन साधारण की समझ को ध्यान में रख कर मेरा स्वयं का लिखा नर्मदाष्टक. "नित नमन माँ नर्मदे" माँ के जन्म दिवस पर अर्पण कर रहा हूँ.
आप भी सुन कर माँ का आशीष प्राप्त करें-
- विजय तिवारी "किसलय"
11 टिप्पणियां:
नमन माँ नर्मदे..सुन्दर आराधना.
बहुत अच्छा लगा इसे सुनकर ..आभार
Bahut hee badhiya hai!
परमानंद आ गया पण्डितजी।
नर्मदे हर, नर्मदे हर, नित नमन, माँ नर्मदे।
आपको बहुत बहुत बधाई इस सुन्दर रचना के लिए।
Tiwariji maine aaj phir se rachana suni bahut hi sunder aur sargarbhit hai.janak tiwari seoni.
बहुत ज़बर्दस्त प्रयास धुआंधार सरीखा सच
जीजाश्री
bahut sunder....apke geet ke bol anmol hai jaise maa narmada anmol hai.
badhyee sunder prastuti ke liye
विजय जी....जितने सुन्दर शब्द है ,उतना ही मधुर गायन.बूंद -बूंद .पोर पोर मे घुल गयी.
धन्यवाद इसे हम तक पहुचाने के लिये.
नमिता
aabhaar namita jee.
aapka sneh bhi hamare liye prerna srot hai.
- vijay
हमारी और मामाजी सुनील शुक्ला की ओर से भी आपको जन्मदिन की बहुत बहुत शुभकामनाएँ और आपके इस अद्भुत नर्मदाष्टक के लिए बहुत बहुत बधाई और आपको नर्मदे हर।
bahut sundar prastuti hai vijay ji bahut bahut mubarak ho
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