सोमवार, 6 दिसंबर 2010

राष्ट्रीय ब्लोगिंग कार्यशाला जबलपुर के चिन्हित ब्लोगर्स कार्टूनिस्ट "डूबेजी" की नज़र में.


समीर लाल जी

ललित शर्मा जी

जी के अवधिया जी

विजय सप्पत्ति जी

 विजय तिवारी " किसलय "
  

गिरीश बिल्लोरे जी
  
विवेक रंजन  श्रीवास्तव जी

 प्रस्तुति:
विजय तिवारी "किसलय"

11 टिप्‍पणियां:

vandana gupta ने कहा…

गज़ब के कार्टून हैं सभी एक से बढकर एक हैं।

केवल राम ने कहा…

बहुत गजब कार्टून हैं .... सभी मस्त लग रहे हैं ....शुक्रिया
@ मैंने आपकी जब्बलपुर की रपट पढ़ी है , आपने जो बिंदु बताये हैं मैं सब से सहमत हूँ ...एक शोधार्थी के नाते मेरे लिए यह सामग्री महत्वपूर्ण है ...आपके विचार सही हैं इस विषय पर गंभीरता से सोचने की आवश्यकता है .....बैसे ब्लोगर मिलन होते रहेंगे तो सार्थक बहस के द्वारा किसी निष्कर्ष तक पहुंचा जा सकता है ....वक़्त के साथ साथ यह लाजमी भी है ...शुक्रिया

हरकीरत ' हीर' ने कहा…

बहुत खूब ......!!
पर ऊपर के दो ही पहचान पाई ....
कार्टूनिस्ट को बधाई इस कमाल के लिए .....!!

Shah Nawaz ने कहा…

वाह! ज़बरदस्त कार्टूनबाज़ी रही... सभी के सभी बेहतरीन!

बवाल ने कहा…

सबके सब एकदम कार्टून नज़र आ रहे हैं हमको छोड़कर।
हा हा! किसलय साहब हमने अपना कार्टून डूबेजी से लेकर पहले ही कब्ज़े में कर लिया था इसलिए आप छाप नहीं पाए। है ना बोलो बोलो ?

Dr Varsha Singh ने कहा…

कार्टून सभी एक से बढकर एक हैं। साधुवाद एवं शुभकामनाओं सहित

Girish Kumar Billore ने कहा…

हा हा हा मज़ेदार मामला
बहुत उम्दा

Girish Kumar Billore ने कहा…

एक पे एक ग्यारह

Anjana Dayal de Prewitt (Gudia) ने कहा…

saare cartoon ek se ek hain... kisi mahila blogger ka kartoon kyun nahi??? :-)

alka mishra ने कहा…

वाह क्या गज़ब का पेन्सिल आर्ट है
बधाई कार्टूनिस्ट जी.
किसलय जी
मेरे ब्लॉग का अनुसरण करके आपने मेरी हिम्मत बढ़ा दी है ,
धन्यवाद

bhupendradave ने कहा…

"jinke banane lagte hain cartoon
unke khulane lagte hain fortune
kownki asal jindgi ke parde par
wo kabhi nahin dikhate hain cartoon"

Bhupendra Kumar Dave