HINDI SAHITYA SANGAM JABALPUR, MP, INDIA
बेहतरीन दोहा!!
बढिया है ..
धूप जब बहुत तेज हो तो बरबस याद आते है गाँव. बहुत बढ़िया दोहा. बधाई.
bilkul sahi ..
bahut badhiya
ग्रीष्म के मौसम के बेहतरीन दोहे।आपके लिए एक यह भी है-जब तपती गरमी पड़े, पंखें नही सुहाय।पाकड़,पीपल,नीम की, छाया मन को भाय।धन्यवाद।
बिल्कुल सही, जमीन से जुड़ी हुई बात कही है आपने
एक टिप्पणी भेजें
8 टिप्पणियां:
बेहतरीन दोहा!!
बढिया है ..
धूप जब बहुत तेज हो तो बरबस याद आते है गाँव. बहुत बढ़िया दोहा. बधाई.
bilkul sahi ..
bahut badhiya
ग्रीष्म के मौसम के बेहतरीन दोहे।
आपके लिए एक यह भी है-
जब तपती गरमी पड़े,
पंखें नही सुहाय।
पाकड़,पीपल,नीम की,
छाया मन को भाय।
धन्यवाद।
बिल्कुल सही, जमीन से जुड़ी हुई बात कही है आपने
एक टिप्पणी भेजें