HINDI SAHITYA SANGAM JABALPUR, MP, INDIA
नित इक दोहा पोस्ट कर करें भलो सो काज किसलय से वे कवि बने, छंदों के समराठ !! छंदों के सम्राट,करें नित नूतन कविताईउल्टी सीधी बाई इनखों कबहूँ नै भाई कह गिरीश कवि , जे मिर्ची सें तीखे...सीधी बात सुनत विजय जी गुड से मीठे !!
गिरीश जी निश्चित ही निरंतर लेखन से निखार आता है और सृजन का विस्तार होता है - विजय
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नित इक दोहा पोस्ट कर करें भलो सो काज
किसलय से वे कवि बने, छंदों के समराठ !!
छंदों के सम्राट,करें नित नूतन कविताई
उल्टी सीधी बाई इनखों कबहूँ नै भाई
कह गिरीश कवि , जे मिर्ची सें तीखे...
सीधी बात सुनत विजय जी गुड से मीठे !!
गिरीश जी
निश्चित ही निरंतर लेखन से निखार आता है
और सृजन का विस्तार होता है
- विजय
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