डायनामिक संवाद टी वी पर व्यंग्यम् की व्यंग्य गोष्ठी सम्पन्न
डायनामिक संवाद टी वी, जबलपुर प्रारम्भ से साहित्यिक गतिविधियों को प्रमुखता से जनता के समक्ष प्रस्तुत करता आ रहा है। संस्कारधानी के कवि हों, कथाकार हों, शायर हों, नाटककार हों अथवा व्यंग्यकार। सभी साहित्यकारों को उनकी प्रतिभा दुनिया के सामने लाने का दायित्व यह डायनामिक संवाद टी वी बखूबी निर्वहन कर रहा है।
आज संस्था "व्यंग्यम" से सम्बद्ध व्यंग्यकारों की व्यंग्य रचनाओं को डायनमिक संवाद टी वी ने चलचित्रांकन किया।
प्रख्यात सहित्यविद डॉ. राजकुमार सुमित्र जी की अध्यक्षता एवं डॉ. हर्ष कुमार तिवारी के संयोजकत्व
में व्यंग्यम् की गोष्ठी सम्पन्न हुई।
सर्वप्रथम यशोवर्धन पाठक ने व्यंग्य 'निरीक्षण सरकारी अस्पताल का' प्रस्तुत किया। इसके पश्चात विवेक रंजन श्रीवास्तव ने 'मातादीन के इंस्पेक्टर बनने की कहानी', राकेश सोहम ने वर्चुअल मानसून, एन. एल. पटेल ने आतंकवाद, प्रतुल श्रीवास्तव ने मुझे गिरफ्तार करवा दो, अभिमन्यु जैन ने ब्यूटीपार्लर, कुमार सोनी ने गुड़ और गुलगुला, गुप्तेश्वर द्वारका गुप्त ने दूबरे और दो अषाढ़, ओ. पी. सैनी ने 'और स्तीफा दे दिया', रमेश सैनी ने हॉर्स ट्रेडिंग प्रायवेट लिमिटेड व्यंग्य प्रस्तुत किया।
अंत में व्यंग्य गोष्ठी के अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार एवं प्रख्यात साहित्यकार डॉ. राजकुमार सुमित्र ने "अथ मुगालता कथा" व्यंग्य प्रस्तुत किया।
गोष्ठी में वरिष्ठ साहित्यकार शरदचद्र उपाध्याय, विजय तिवारी "किसलय", मेहेर प्रकाश उपाध्याय, कृष्ण कुमार चौरसिया पथिक, गोपाल कृष्ण चौरसिया मधुर विशेष रूप से उपस्थित रहे।
आज संस्था "व्यंग्यम" से सम्बद्ध व्यंग्यकारों की व्यंग्य रचनाओं को डायनमिक संवाद टी वी ने चलचित्रांकन किया।
प्रख्यात सहित्यविद डॉ. राजकुमार सुमित्र जी की अध्यक्षता एवं डॉ. हर्ष कुमार तिवारी के संयोजकत्व
में व्यंग्यम् की गोष्ठी सम्पन्न हुई।
सर्वप्रथम यशोवर्धन पाठक ने व्यंग्य 'निरीक्षण सरकारी अस्पताल का' प्रस्तुत किया। इसके पश्चात विवेक रंजन श्रीवास्तव ने 'मातादीन के इंस्पेक्टर बनने की कहानी', राकेश सोहम ने वर्चुअल मानसून, एन. एल. पटेल ने आतंकवाद, प्रतुल श्रीवास्तव ने मुझे गिरफ्तार करवा दो, अभिमन्यु जैन ने ब्यूटीपार्लर, कुमार सोनी ने गुड़ और गुलगुला, गुप्तेश्वर द्वारका गुप्त ने दूबरे और दो अषाढ़, ओ. पी. सैनी ने 'और स्तीफा दे दिया', रमेश सैनी ने हॉर्स ट्रेडिंग प्रायवेट लिमिटेड व्यंग्य प्रस्तुत किया।
अंत में व्यंग्य गोष्ठी के अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार एवं प्रख्यात साहित्यकार डॉ. राजकुमार सुमित्र ने "अथ मुगालता कथा" व्यंग्य प्रस्तुत किया।
गोष्ठी में वरिष्ठ साहित्यकार शरदचद्र उपाध्याय, विजय तिवारी "किसलय", मेहेर प्रकाश उपाध्याय, कृष्ण कुमार चौरसिया पथिक, गोपाल कृष्ण चौरसिया मधुर विशेष रूप से उपस्थित रहे।
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