मंगलवार, 27 सितंबर 2011

लोकगन्धर्व पं रूद्र दत्त दुबे द्वारा रचित लोकराग "राजीवसुरा" की समीक्षा गोष्ठी संपन्न.

लोकगन्धर्व पं रूद्र दत्त दुबे द्वारा रचित लोकराग "राजीवसुरा"  की समीक्षा गोष्ठी की रपट  एवं चित्र निम्नानुसार  हैं :-



प्रस्तुति-
-विजय तिवारी 'किसलय'


3 टिप्‍पणियां:

Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकार ने कहा…






आपको सपरिवार
नवरात्रि पर्व की बधाई और शुभकामनाएं-मंगलकामनाएं !

-राजेन्द्र स्वर्णकार

kshama ने कहा…

Navratree kee dheron shubh kamnayen!

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

बहुत बढ़िया!
आपको सपरिवार
नवरात्रि पर्व की मंगलकामनाएँ!