सोमवार, 4 अप्रैल 2011

वर्त्तिका द्वारा प्रदेश के आठ साहित्य शिल्पी सम्मानित

विगत दिवस ड्रीमलेण्ड पार्क, सिविक सेण्टर में वर्तिका के संस्थापक श्री साज़ जबलपुरी के ६६ वें जन्मदिन पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जबलपुर हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. राजेश बी. धीरावाणी ने प्रदेश के साहित्यकारों के सम्मान को सुखद अनुभूति बताते हुए कहा कि आठ साहित्यकारों को सम्मानित किया जाना साहित्य के प्रति यथार्थतः कृतज्ञता भाव है.  मुख्य अतिथि श्री अनिल जौहरी, क्षेत्रीय निदेशक, भारतीय स्टेट बैंक ने साज़ जबलपुरी की बहुआयामी उपलब्धियाँ गिनाते हुए उनके शतायु होने की कामना की.  विशिष्ट अतिथि डॉ. गार्गी शरण मराल एवं कार्यक्रम सहसंयोजक श्री राकेश भ्रमर (प्रज्ञा प्रकाशन राय बरेली) तथा उज्जैन से पधारे आचार्य शैलेन्द्र पराशर ने भी श्री साज़ एवं सम्मानितों को बधाई दी.

वर्तिका अध्यक्ष अंशलाल पंद्रे,  विजय नेमा अनुज,  पुरुषोत्तम जौली,  वर्षा शर्मा रैनी और अवधेश प्रताप द्वारा अतिथियों के सम्मान के उपरान्त प्रदेश स्तरीय सम्मान से शाहिल शाहजहाँपुरी कटनी, सतीश आनंद कटनी,  आशीष चौबे भोपाल,  डॉ. विजय तिवारी 'किसलय',  विवेक रंजन श्रीवास्तव , शशिकला  सेन  एवं सुनीता मिश्रा सुनीत जबलपुर को उनकी विशिष्ट साहित्यिक उपलब्धियों के परिप्रेक्ष्य में शाल-श्रीफल एवं अभिनन्दन पत्र भेंटकर मंचासीन अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया.

श्री साज़ को उनके जन्मदिवस पर पाथेय के राजेश पाठक प्रवीण द्वारा १०८ रुद्राक्ष वाली माला पहना कर सुदीर्ध जीवन की शुभ भावनाएँ जताईं वहीं गुंजन कला सदन के ओंकार श्रीवास्तव,  रमाकांत गौतम,  विजय जायसवाल,  अंतरराष्ट्रीय जादूगर एस के निगम ने शाल-श्रीफल एवं अभिनन्दन पत्र भेंट कर बधाई दी.

समारोह में विशेष रूप से उपस्थित डॉ. राजकुमार सुमित्र, कामता सागर, गुप्तेश्वर द्वारका गुप्त,  कुँवर प्रेमिल,  इरफ़ान झाँसवी,  मुकुल दत्ता अर्पित,  मृगेंद्र नारायण सिंह, शोभा सिंह,  आनंद कृष्ण, ममता जबलपुरी, सतीश दीक्षित,  बी एस कुशवाहा,  शक्ति प्रजापति सहित नरसिंहपुर,  गाडरवारा, सिवनी एवं कटनी के वर्तिका सदस्यों द्वारा भी साज़ साहेब को उनके जन्म दिवस पर स्वागत कर बधाई दी गयी.

श्री साज़ द्वारा कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए अपने सम्मान हेतु संग्रहीत ११००० रुपये की सहयोग राशि संस्था फंड हेतु भेंटकर अपनी संस्था वर्तिका के प्रति समर्पण की अनूठी मिसाल पेश की.  कार्यक्रम संचालन राजेश पाठक प्रवीण एवं आभार श्री अंशलाल पंद्रे द्वारा किया गया.

(सम्मान समारोह की एक झलक )

प्रस्तुति-

विजय तिवारी "किसलय"

7 टिप्‍पणियां:

Udan Tashtari ने कहा…

आभार इस रपट का.

आपको एवं विवेक भाई को इस अलंकरण के लिए बहुत बहुत बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएँ.

Shah Nawaz ने कहा…

हिंदी के प्रचार प्रसार पर मेहनत करने के लिए बहुत-बहुत आभार!

अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com) ने कहा…

वर्त्तिका के समस्त सदस्यों को सफल आयोजन हेतु बधाई .प्रदेश के आठों साहित्यकारों को बधाई.
सुन्दरतम चल चित्रमय प्रस्तुति के लिए आपको बधाई.

Girish Kumar Billore ने कहा…

हार्दिक बधाईयां

vandana gupta ने कहा…

वर्त्तिका के समस्त सदस्यों को सफल आयोजन हेतु बधाई . आठों साहित्यकारों को बधाई। आपको हार्दिक बधाई और शुभकामनायें।

shikha varshney ने कहा…

वर्त्तिका के समस्त सदस्यों को सफल आयोजन हेतु बधाई . आठों साहित्यकारों को बधाई। आपको हार्दिक बधाई और शुभकामनायें.

Dr Varsha Singh ने कहा…

आपको एवं विवेक जी को इस अलंकरण के लिए बहुत-बहुत हार्दिक शुभकामनाएँ.