मानव मंदिर की कल्पना को साकार करने में जुटे श्री अशोक "आनंद" इस पावन और सिद्ध स्थल पर प्रतिवर्ष महाशिवरात्रि पर्व पर गोस्थापित शिवलिंग का विशेष विधि विधान से अभिषेक कराते हैं. आम दिनों में श्रद्धालुओं का आना-जाना तो लगा ही रहता हैं परन्तु शिवरात्रि पर यहाँ विशेष उत्साह एवं आस्था का भाव स्पष्ट नज़र आता है.
१२ फरवरी २०१० को शिवरात्रि पर्व पर मानव मंदिर परिसर, बंधा, शहपुरा रोड, जबलपुर (भारत) में श्री अशोक "आनंद" के निर्देशन एवं पुरोहित पंडित रघुनन्दन दुबे के पौरोहित्य में श्रीमती सुमन तिवारी, विजय तिवारी "किसलय" एवं उनके पुत्र सुविल तिवारी द्वारा परम पूज्य भगवान शिवजी का वैदिक विधि-विधान से अभिषेक एवं पूजन अर्चन संपन्न हुआ.
जबलपुर शहर से करीब २० किलोमीटर की दूरी के बाद भी इस पर्व पर स्थानीय सहजपुर, बंधा, आमाहिनौता, भेड़ाघाट चौराहा आदि ग्रामों के श्रद्धालुओं के अलावा जबलपुर से भी पहुँचे काफी लोगों की उपस्थिति से यहाँ का वातावरण धर्म-मय था.
जबलपुर से आने वालों में श्रीमती माया पाठक, सुनील पाठक, ममता पाठक, संध्या पाठक, शोभा एवं सतीश वाजपेयी, निर्जला एवं नन्द किशोर तिवारी, प्रशांत चौधरी, सौरभ, विकास, प्रकाश चोधरी , गुड्डू, माधव सेन , मोनू ,पंडा बाबा आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही.
श्री अशोक "आनंद" द्वारा इस तरह कराये जा रहे धार्मिक अनुष्ठानों की लोगों द्वारा सराहना की जा रही है, उनकी कल्पना के अनुसार यहाँ पर वृक्षारोपण, औषधि वन, बाल तथा वृद्धाश्रम एकांत ध्यान गुफा, अतिथिगृह जैसे मानव हितार्थ कार्य कराये जाना है.लोगों से उनकी अपेक्षा है की वे अधिक से अधिक संख्या में इस तीर्थ से जुड़ें.
प्रस्तुति-
- विजय तिवारी " किसलय "
7 टिप्पणियां:
atisundar
वाह वाह पंडितजी,
ऐसा लग रहा है जैसे हम भी आपके साथ ही वहाँ मौजूद रहे हों।
हालाँकि हमें इस बात का रंज है कि हम उस दिन आपसे किया हुआ वादा न निभा पाए। खै़र आपसे जब भी मिलेंगे तो आप ख़ुद हमारे बहाने को जस्टिफ़ाई कर देंगे।
बाक़ी नर्मदे हर !
wah bahut sundar bhaiya
बहुत सुन्दर लगा शिव पूजन का वीडिओ । धन्यवाद
बहुत सुन्दर जानकारी दी है आपने.
देख कर और पढ़कर अच्छा लगा.
- ज्योति
waah, bahut hi badhiyaa
DOSTON,
IS SHEHAR MAIN APKO BAHUT SE GUNI,KALA MARMAGAYA,SAHITYAKAR,PATRAKAR AUR BHI BAHUT KUCH JO HAIN,VO MILENGE,PAR ADARNIYE"""""""""""VIJAY TIWARI KISLAY JI APKO EK HI MILENGE""""""""""MAIN UNKE LIYE KOI VISHAN NAHI JOD RAHA HUN,APKA NAM HI APNE AAP MAIN EK VISHESHAN HAI,AT:SANSKARDHANI KE IS VEER SAHITYAKAR KO MERA PRANAM HAI.
UNKA EK NANHA AUR NADAN PRASHANSHAK
SHAKTI
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