गुरुवार, 15 अक्टूबर 2009

पूजा का ढोंग


दी पक की नन्ही सी किरण भी,
* अन्धकार हर लेती है.
पा वनता भी मैले मन को,
* निज सामान कर देती है ..
ह पूजा का ढोंग है जिसमें,
* स्वार्थ भावना आ जाये .
ली न न हों उस भाव में जिसका,
* अंत निकट ही दिखलाये ...
- विजय तिवारी " किसलय "

Happy diwali orkut scraps
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13 टिप्‍पणियां:

समय चक्र ने कहा…

आपको और आपके परिवारजनों को दिवाली की हार्दिक शुभकामनाये .

परमजीत सिहँ बाली ने कहा…

दिवाली की हार्दिक शुभकामनाये .

RAJNISH PARIHAR ने कहा…

happy diwali!!!!!

Udan Tashtari ने कहा…

रचना में सुन्दर संदेश निहित है..


सुख औ’ समृद्धि आपके अंगना झिलमिलाएँ,
दीपक अमन के चारों दिशाओं में जगमगाएँ
खुशियाँ आपके द्वार पर आकर खुशी मनाएँ..
दीपावली पर्व की आपको ढेरों मंगलकामनाएँ!

-समीर लाल ’समीर’

Girish Kumar Billore ने कहा…

सुख औ’ समृद्धि आपके अंगना झिलमिलाएँ,
दीपक अमन के चारों दिशाओं में जगमगाएँ
खुशियाँ आपके द्वार पर आकर खुशी मनाएँ..
दीपावली पर्व की आपको ढेरों मंगलकामनाएँ!

-समीर लाल ’समीर’
-------do------------------

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

दीपावली, गोवर्धन-पूजा और भइया-दूज पर आप सबको ढेरों शुभकामनाएँ!

sandhyagupta ने कहा…

Deepawali ki dheron shubkamnayen.

SACCHAI ने कहा…

" bahut hi acchi rachana "

----- eksacchai { AAWAZ }

http://eksacchai.blogspot.com

बेनामी ने कहा…

tamso ma jyotirgmya
SHUBH DIWALI
R.AWASTHI

shikha varshney ने कहा…

वाह भैया! आपका भी नजबब नहीं क्या गागर में सागर भरा है...बहुत सुंदर.

Alpana Verma ने कहा…

Aap ko bhee tyoharon ki shubhkamnayen.

sanskrit mein jo side bar mein jo clip laagyi hai..use sunNa anand dayi hai.abhaar.

SHAKTI PRAJAPATI ने कहा…

NAMASKAR,
HAI SAHITYA SHRIMONI,
MERA PRANAM SWEKARNE KI KRIPAR KAREIN
ASHA KARTA HOON,BHAVISYA MAIN APSE AUR ADHIK GRIHAN KARNE KA SUAVSAR PRAPT HO,
APKA EK NANHA PRASHANSAK,
SHAKTI PRAJAPATI
INDIAN ART GALLERY
ANAND NAGAR,ADHARTAL ROAD,JABALPUR(M.P.)

SHAKTI PRAJAPATI ने कहा…

RESPECTED SIR,
I REQUEST U TO PLEASE HAVE A VISIT AT MY INDIAN ART GALLERY,I HOPE WE DO KEEP IN TOUCH.
THANK U
YOURS FAITHFULLY
SHAKTI PRAJAPATI