मंगलवार, 3 मार्च 2009

दोहा श्रृंखला [दोहा क्र ३१]

चूनर ऊपर रंग हरा
अधर प्रसून पलाश
अंगिया सरसों सी खिली
लहँगा नीलाकाश
- विजय

कोई टिप्पणी नहीं: