आज संस्कारधानी जबलपुर में उस वक्त एक नया अध्याय जुड़ गया जब शहीद स्मारक परिसर में गुंजन क़ला सदन जबलपुर के श्री ओंकार श्रीवास्तव ख्यातिलब्ध चित्रकार श्री कामता सागर के अथक प्रयास से संस्कारधानी के लगभग ७० साठोत्तरी साहित्यकार एकत्र हुए / इन सभी साहित्यकारों का सामूहिक छायांकन किया गया और साहित्यकारों के इन छाया चित्रों की धरोहर चिर स्मरणीय हो गयी / एक ही सामूहिक छाया चित्रों में एक साथ श्री निजामुद्दीन निहाल ताम्बा , अमृत लाल बेगड़, भगवती धर वाजपेयी , प्रो जवाहर लाल चौरसिया तरुण , हरिकृष्ण त्रिपाठी , अगेह भारती, गार्गी शरण मिश्र , आचार्य भगवत दुबे, मणि मुकुल, डॉ राज कुमार सुमित्र , श्री कुन्दन सिंह परिहार , डॉ श्री राम ठाकुर दादा , साज़ जबलपुरी, श्री मती प्रभा पाण्डेय पुरनम सहित ७० से अधिक साहित्य कारों का होना एक इतिहास जैसा साबित होगा /
म प्र आर्टिस्ट फॉरम एवं गुंजन कला द्वारा सभी वरिष्ठ साहित्यकारों का इस आयोजन कों सफल बनाने पर भाव भीना आभार व्यक्त किया गया /
- डॉ विजय तिवारी "किसलय "
जबलपुर, म प्र भारत
2 टिप्पणियां:
aap kya akhabar me likhaten hai...?
बहुत बढ़िया समाचार दिया है आपने . यह संस्कारधानी के लिए गौरव का विषय है धन्यवाद
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