- श्री अंशलाल पन्द्रे, जबलपुर
प्रस्तुति
विजय तिवारी 'किसलय 'मेरे काव्य संकलन "किसलय के काव्य सुमन" की ८४ कविताओं के ३३ शीर्षकों को लेकर संस्कारधानी जबलपुर के वरिष्ठ कवि, गीतकार , भजनकार, गायक, संगीतज्ञ श्री अंशलाल जी पन्द्रे ने एक अनूठा प्रयोग कर मेरी उक्त कृति की काव्यात्मक विवेचना की है, जिसमें निम्न शीर्षकों को शामिल किया गया हैः-
१ मानवता, २ मान, ३ संकल्प, ४ शुभचिन्तक, ५ जीवन के पथ पर, ६ सृष्टि संचालक, ७ परहित धर्म, ८ सबके मन होंगे आनंद, ९ सफलता की सीढ़ी, १० जीवन के पल, ११ सीख, १२ क्रांतिवीर, १३ श्रम-पूजा, १४ कर्म साधक, १५ बंधु-भाव, १६ प्रगति-शिखर, १७ लक्ष्य, १८ गुण-दोष टटोल, १९ मातृभूमि, २० विश्व का ताज़, २१ स्वर्णिम वसुन्धरा, २२ पुष्प, २३ मन से मन का मिलन, २४ सुनहरे सपने, २५ बिन सजना के कुछ न भाये, २६ लहरों पर लहरें, २७ फलदायक, २८ भावना, २९ जिन्दगी, ३० उत्कर्ष, ३१ स्मृति, ३२ नन्ही परियाँ, ३३ नदी नाव और नाविक।
(श्री अंशलाल पंद्रे )
किसलय के काव्य सुमन - सृजन जीत
किसलय के काव्य सुमन आत्मानंद
शब्द सहज उपजा दें अमृतानद
मानवता, मान, संकल्प, शुभचिन्तक
जीवन के पथ पर सृष्टि संचालक
परहित धर्म, सबके मन होंगे आनंद
किसलय के काव्य सुमन आत्मानंद
सफलता की सीढ़ी,जीवन के पल सीख
क्रांतिवीर, श्रम-पूजा से लोपित भीख
कर्म साधक, बंधु-भाव चेतनानंद
किसलय के काव्य सुमन आत्मानंद
प्रगति-शिखर लक्ष्य हित गुण-दोष टटोल
मातृभूमि, विश्व का ताज़ अनमोल
स्वर्णिम वसुन्धरा, पुष्प उपवनानंद
किसलय के काव्य सुमन आत्मानंद
मन से मन का मिलन, सुनहरे सपने
बिन सजना के कुछ न भायें गहने
लहरों पर लहरें पावन प्रेमानंद
किसलय के काव्य सुमन आत्मानंद
फलदायक भावना, जिन्दगी उत्कर्ष
स्मृति, नन्ही परियाँ, हर्ष ही हर्ष
नदी नाव और नाविक स्वजनानंद
किसलय के काव्य सुमन आत्मानंद
- श्री अंशलाल पन्द्रे, जबलपुर
प्रस्तुति :-
-विजय तिवारी 'किसलय '
10 टिप्पणियां:
हि ही.....ही....ही
साधुवाद!! बहुत बधाई...कृत्तव की ओर नजर देने की जरुरत है..आपमें अनेक संभवनायें हैं.
विजय तिवारी 'किसलय जी!
आपको बहुत-बहुत बधाई!
vijay ji
aapko bahut bahut badhayi.
bahut hi sundar geet taiyar kiya hai.
आपको बहुत बहुत बधाई
Bahut bahut Badhai aapko..bahut sunder geet hai.
अभिवादन भाई जी!
श्री अंशलाल पन्द्रे, जबलपुर , व् आपको बधाई .........
शुभकामनाओ सहित ---ज्योत्स्ना पाण्डेय .
बधाई.
bahut bahut badhayi aapko
आपके सौजन्य से एक और अनूठा प्रयोग
एक टिप्पणी भेजें