HINDI SAHITYA SANGAM JABALPUR, MP, INDIA
स्वम जल कर दूसरों रोशनी देना और सीप द्वारा मोती पैदा करने की तुलना सुंदर
बहुत ही सुंदर . आभार
ब्रिज मोहन जी नमस्कारआपकी प्रसंशा के लिए आभारआपका - विजय
महेंद्र भाई सादर अभिवंदन आप तो मेरे निकट हैं ही और आप मेरे पोस्ट पढ़कर मेरा उत्साहवर्धन भी करते हैं आभार- विजय
bahut sundar panktiyaan hain.. nav varsh par meri shubhkaamnaye yu hi likhte rahiye..
दीप और सीप अच्छा लगा दोनो का साथ होनाकुछ में बहुत कुछ कह दिया आपने
आदरणीया वर्षा जीअभिवंदनदेर से ही सही, मेरी भी नव वर्ष पर हार्दिक मंगल भावनाएँ स्वीकारें. बस आप जैसे निश्छल साहित्यकारों की दुआएं साथ रहीं तो मैं लेखन क्षेत्र में जरूर ऐसा लिखने का प्रया करूंगा कि आप निराश नहीं होंगी.आपका -विजय
आदरणीया नमिता जीअभिवंदन आपको मेरा लेखन पसंद आया, मुझे इससे ज्यादा और क्या चाहिए , शायद यही साहित्यकार कि उपलब्धि भी होती हैआपका -विजय
Although from different places, but this perception is consistent, which is relatively rare point!
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9 टिप्पणियां:
स्वम जल कर दूसरों रोशनी देना और सीप द्वारा मोती पैदा करने की तुलना सुंदर
बहुत ही सुंदर . आभार
ब्रिज मोहन जी
नमस्कार
आपकी प्रसंशा के लिए आभार
आपका
- विजय
महेंद्र भाई
सादर अभिवंदन
आप तो मेरे निकट हैं ही और आप
मेरे पोस्ट पढ़कर मेरा
उत्साहवर्धन भी करते हैं
आभार
- विजय
bahut sundar panktiyaan hain.. nav varsh par meri shubhkaamnaye yu hi likhte rahiye..
दीप और सीप अच्छा लगा दोनो का साथ होना
कुछ में बहुत कुछ कह दिया आपने
आदरणीया वर्षा जी
अभिवंदन
देर से ही सही,
मेरी भी नव वर्ष पर हार्दिक मंगल भावनाएँ स्वीकारें.
बस आप जैसे निश्छल साहित्यकारों की दुआएं साथ रहीं तो मैं लेखन क्षेत्र में जरूर ऐसा लिखने का प्रया करूंगा कि आप निराश नहीं होंगी.
आपका
-विजय
आदरणीया नमिता जी
अभिवंदन
आपको मेरा लेखन पसंद आया,
मुझे इससे ज्यादा और क्या चाहिए ,
शायद यही साहित्यकार कि उपलब्धि भी होती है
आपका
-विजय
Although from different places, but this perception is consistent, which is relatively rare point!
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