tag:blogger.com,1999:blog-5581964230009177583.post7543328619644172730..comments2024-02-28T14:40:59.185+05:30Comments on हिन्दी साहित्य संगम जबलपुर: बर्दाश्त की भी हद होती है, चाहे वो आतंकवाद हो या फ़िर शान्तिमार्ग .विजय तिवारी " किसलय "http://www.blogger.com/profile/14892334297524350346noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-5581964230009177583.post-54112576218069018552009-01-07T21:22:00.000+05:302009-01-07T21:22:00.000+05:30बड़े भैया आशय के अनुरूप आपने अपने विचार और आक्र...<B>बड़े भैया <BR/>आशय के अनुरूप आपने अपने <BR/>विचार और आक्रोश को प्रर्दशित किया है <BR/>आपका <BR/>विजय </B>विजय तिवारी " किसलय "https://www.blogger.com/profile/14892334297524350346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5581964230009177583.post-7550377974519921022009-01-07T18:55:00.000+05:302009-01-07T18:55:00.000+05:30पकिस्तान के सन्दर्भ में हमारे नेतागण साम दाम और दं...पकिस्तान के सन्दर्भ में हमारे नेतागण साम दाम और दंड भेद और कूटनीति का उपयोग करना ही नही जानते है .पकिस्तान सचमुच बहुत बड़ा खल है जो पल पल अपने रंग बदल रहा है . ऐसे सांप रूपी दुश्मन का फन कुचलना ही समय की मांग है .महेन्द्र मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/00466530125214639404noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5581964230009177583.post-12854508798779255302009-01-07T18:50:00.000+05:302009-01-07T18:50:00.000+05:30क्या बात है भाई विजय जीखल और काँटों से निपटने के ल...क्या बात है भाई विजय जी<BR/>खल और काँटों से निपटने के लिए दोनों सूत्र बहुत ही अच्छे है . दुश्मन का फन कुचल देना चाहिए और खल को कूटनीति से मारा जाना चाहिए . साम दाम दंड भेद की नीति से बड़े खलनायको को नेस्तनाबूद किया जा सकता है . बहुत ही बढ़िया अभिव्यक्ति के लिए आभार <BR/>महेंद्र मिश्रा जबलपुर.महेन्द्र मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/00466530125214639404noreply@blogger.com